हर एक स्त्री या पुरुष को अपने अंदर की सौंदर्यता बहोत ही पसंद होती हैं । सर के बालों का घना होना,ये एक अच्छी Personality का एक प्रतीक माना जाता हैं। Bollywood मैं बहोत से Songs सर के सिल्की बालो पर निकले हैं। किंतु कई महिलाओं में बालों का झडना,बालों में सुका पन आना,बालों का पतला होना, बालों में Dandraff होना ये Complaints होती हैं।
आजकल बाल झड़ना एक आम समस्या बनते जा रही है। लेकिन जब युवावस्था में बाल झड़ते है तो ये गंभीर समस्या बन सकती है और जब अधिक बाल टूटने लगें तो इससे गंजापन हो सकता है।
लेकिन आयुर्वेद में बालों से जुड़ी समस्याओं के लिए अनेक समाधान है, जो आपको मेहंगे से मेहंगे प्रोडक्ट लगाकर भी नहीं मिलेगा।
आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं, जो बेहद सस्ती हैं और बालों पर जादुई असर दिखाती हैं। आप इन्हें अपने बालों पर कई तरीके से उपयोग कर सकते हैं।
बाल झड़ने के कारन –
बाल झड़ने के कई कारन हो सकते है जैसे की पर्यावरणीय प्रभाव, बढ़ती उम्र, तनाव, अत्यधिक धूम्रपान, पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन, अनुवांशिकता , ज्यादा केमिकलयुक्त उत्पादनों का इस्तेमाल, थायराइड विकार, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD), लोहे की कमी से एनीमिया, और पुरानी बीमारियां, असंतुलित आहार, गलत जीवनशैली, दवाओं के दुष्प्रभाव ।
लंबी बीमारी या किसी बड़ी शल्य क्रिया या सर्जरी, गंभीर संक्रमण या इंफेक्शन और शारीरिक तनाव से दो या तीन महीने के बाद बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है।
हार्मोन स्तर में आकस्मिक बदलाव के बाद भी ये हो सकता है, विशेषकर स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद यह होता है।
किसी बीमारी के लक्षण के रूप में भी बालों का झड़ना हो सकता है जैसे कि थायरॉयड, सेक्स हार्मोन में असंतुलन या गंभीर पोषाहार समस्या विशेषकर प्रोटीन, जिंक, बायोटीन की कमी। यह कमी खान-पान में परहेज करने वाले और महिलाओं में मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्तस्राव होने पर होता है।
इसके अलावा बाल झड़ने के और भी कारन हो सकते है जैसे की –
- Hair Oilबिलकुलना लगाना
- Excess Use of HairShampoo
- केमिकलवाले Hair Dye करना
- हरदिन Hair wash करना
- Calciumकीकमी,Vit B12 की कमी
- Scalp Infection
- शरीरमें हार्मोन्स का बदलाव ( Androgen,Thyroid etc)
- रातमें निंद की पुरी ना होना ( Night Duties )
- Drugs -ब्लडथिनर,कॅन्सर उपचार की दवाए,जन्म नियंत्रण दवा, बीटा ब्लॉकर्स के कारण बाल गिरते हैं|
आयुर्वेदिक उपाय –
आयुर्वेद में हेयर फॉल (Hair Fall) को रोकने के लिए कई उपाय बताये गए है। हम अगर अपने जीवनशैली में बदलाव करे तो हेयर फॉल (Hair Fall) आसानी से रोका जा सकता है। जैसे-जंक फूड का सेवन न करके फल एवं सब्जियों का अधिक सेवन करें। बाल झड़ने की समस्या से बचने के लिए खान-पान के साथ एक अच्छी जीवन शैली को अपनाना भी जरुरी है।
तनाव कम कर, उचित आहार लेकर, बाल संवारने की उचित तकनीक अपनाकर और यदि संभव हो तो बालों को झड़ने से रोकने वाली दवाइयों का उपयोग कर बालों के झड़ने की समस्या को रोका (hair fall control) जा सकता है। दवाइयों की सहायता से वंशानुगत गंजेपन के कुछ मामलों को रोका जा सकता है।
स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान अथवा मेनोपॉज के बाद बाल झड़ने की समस्या देखी जाती है इसके लिए भी संतुलित आहार एवं तनावरहित जीवन शैली बाल झड़ने के उपाय की आवश्यकता है। जीवनशैली में बदलाव लाने पर बालों का झड़ना कुछ हद तक रोका जा सकता है।
हेयर फॉल (Hair Fall) के लिए आयुर्वेदिक उपाय –
- Vit Aकीजरूरत हम पशु उत्पादन जैसे दुध,अंडे और कॉड लिव्हर ऑइल से पा सकते हैं।
- Vit Bकीजरूरत हम सभी प्रकार के अनाज,बादाम,मांस,समुद्री भोजन, हरी पत्तेदार सब्जीयों में पा सकते हैं।
- Vit Dकीजरूरत हम मशरूम, मछली, कॉड लिव्हर ऑइल,अंडे इनसे पा सकते हैं।
- आमला-इसमेंबालों की वृद्धी के लिए सबसे पोषक तत्व हैं।
- एलोवेरा – यह का बालों की वृद्धी के लिए पोषक हैं।
- माका- भृंगराज ( माका) यह बालों को घना बनाता हैं।
- Hair oil -हररात सोते समय Hair oil हलका सा गरम करके बालों के जड को मसाज करता हैं। निलीभृंग्यादी ऑइल, महाभृंगराज तेल इ.
- शिकेकाई+ रिठा एक साथ Mix करके रात में भिगोके रखना हैं।सुबह Hair wash करना हैं।
- Hair Washहप्तेमें 2 बार !!
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डॉ. अविनाश देवरे.
डॉ. विद्या देवरे. M.D.(Ayu).
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